कालेश्वरनाथ शिवलिंग , पीथमपुर
पता- पीथमपुर शिव मन्दिर छत्तीसगढ़ के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जो की जंजगीर-चंपा ज़िले में स्थित है।
गर्भ गृह- पीथमपुर के प्रसिद्ध कालेश्वरनाथ मन्दिर के गर्भ गृह
में शिवलिंग जिसके दर्शन मात्र सभी कष्ठ दूर हो जाते हैं।
कालेश्वरनाथ मन्दिर – पीथमपुर हसदो नदी के तट पर बसे होने के कारण शिव मन्दिर को कालेश्वरनाथ मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है।
पौराणिक नगर – शिवरीनारायण और सात देवालय में पीथमपुर को पौराणिक नगर माना जाता हैं।
मेले का आयोजन – हर साल महाशिवरात्रि को यहाँ पर दस दिनों के लिए मेले का आयोजन भी किया जाता है।महाशिवरात्रि के अलावा नागपंचमी के दिन यहां पर भगवान शिव का विवाह भी रचाया जाता है, जिसमें नागा साधु बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।
सन्तान सुख के प्राप्ति – फाल्गुन पूर्णिमा को पिथमपुर कालेश्वरनाथ शिवलिंग की पूजा अर्चना और अभिषेक करने से वंश की अवश्य वृद्धि होती हैं।
उदर रोग से मुक्ति – माना जाता हैं की पीथमपुर के कालेश्वरनाथ शिवलिंग की पूजा अर्चना करने से उदर रोग से मुक्ति मिल जाती है।
पार्वती की मूर्ति – मंदिर ट्रस्ट द्वारा मंदिर में पार्वती की मूर्ति को स्थापित किया गया हैं।
महाआरती एवं भंडारे का आयोजन – पीथमपुर के कालेश्वरनाथ मंदिर में भक्त मंडली एवं पंडित अतुल कृष्णा द्विवेदी चाम्पा वाले के आचार्यत्व में बाबा कालेश्वर नाथ का वैदिक मंत्रोचार के साथ महारुद्राभिषेक कर भव्य किया जाता हैं ।इसके बाद 108 बस्तियों से महाआरती की जाती हैं साथ ही भंडारे का आयोजन भी किया जाता हैं जिसमे पीथमपुर ग्राम समेत बड़ी संख्या में भक्तजन प्रसाद ग्रहण करते हैं।
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