स्थान – डोंगरगढ़ की तीन पहाड़ियों के बीच में भव्य श्रीयंत्र बनाने की तैयारी है।
10 एकड़ के क्षेत्र में – डोगरगढ़ में स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर के ठीक नीचे तीन पहाड़ियों के बीच में 10 एकड़ भूमि पर श्रीयंत्र बनाने की तैयारी है।
पहाड़ी से देखने पर – डोंगरगढ़ प्रज्ञागिरी, चंद्रगिरी पहाड़ी पर चढ़कर नीचे की ओर देखने पर आपको श्रीयंत्र की तरह दिखाई देगा।
सुंदर गार्डन- श्रद्धालु के ठहरने और भोजन की उत्तम व्यवस्था के साथ बनेगा सुंदर गार्डन भी।
तीन पहाडिय़ों की प्रमुख विशेषता-
1.डोंगरगढ़ की पहाड़ी में मां बम्लेश्वरी देवी का 2200 साल पुराना मंदिर स्थापित है।
2.चंद्रगिरी पहाड़ी पर प्रदेश का सबसे बड़ा जैन मंदिर है।
3.प्रज्ञागिरी की पहाड़ी पर भगवान गौतम बौद्ध की विशाल मूर्ति स्थापित है, जो शांति का संदेश देता है।
कुछ इस तरह का होगा स्ट्रक्चर- जानकारी के मुताबिक जो स्ट्रक्चर बनाया जाएगा, उसमें तीन फ्लोर होंगे।
प्रथम में भू-तल में प्रसादी की व्यवस्था होगी, खान-पान के लिए कैफेटेरिया बनेगा।
द्वितीय माले में तीर्थ यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था होगी। यहीं पर पुस्तकालय होगा।
तीसरे और सबसे ऊपरी माले में ध्यान केंद्र (मेडिटेशन सेंटर) होगा। इसके पीछे के हिस्से में एमपी थिएटर भी होगा। इस भव्य इमारत के ऊपर एक आकर्षक आकृति होगी।
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