मंदिर में गर्भ गृह में तीन देवी विराजमान हैं माँ त्रिमूर्ति महामाया मंदिर ,धमधा

                    माँ त्रिमूर्ति महामाया मंदिर ,धमधा
 माँ त्रिमूर्ति महामाया मंदिर ,धमधा

दुरी- यह दुर्ग से लगभग 35किलोमीटर की दुरी पर स्थित है माँ त्रिमूर्ति महामाया मंदिर।

पता- यह मंदिर धमधा में स्थित है जिसे त्रिमूर्ति महामाया मंदिर के नाम से जाना जाता है।

प्रवेश द्वार_- माँ त्रिमूर्ति महामाया मंदिर  के प्रवेश द्वार में आपको दो सिंह दिखाई देगा। 

प्रमुख विशेषता- त्रिमूर्ति महामाया मंदिर की प्रमुख विशेषता यह है की  मोहलई  परिवार के  पुजारी ही गर्भ गृह में जाकर पूजा पाठ कर सकते है ।

प्राचीन है मंदिर- माँ त्रिमूर्ति महामाया का मंदिर प्राचीन है।
अन्य मूर्ति- त्रिमूर्ति महामाया मंदिर में श्री  हरी विष्णु, पृथ्वी देवी,श्री बूढ़ा देव,श्री कंकाली माता, हनुमान जी, गणेश जी, हैं। 

एक मात्र मंदिर- धमधा में स्थित हैं एक मात्र मंदिर जहाँ तीन देवी विराजमान है लक्षमी, काली, और  सरस्वती जिसे त्रिमूर्ति महामाया मंदिर के नाम से जाना जाता हैं।
 माँ त्रिमूर्ति महामाया मंदिर ,धमधा
गोड़ वंश- धमधा गढ़ गोड़ राजा की राजधानी थी।

राजा का किला- माँ त्रिमूर्ति महामाया मंदिर के पीछे में है राजा का किला जो आज भी है तथा बहुत प्राचीन है। राजा के किला  में गोड़ वंश का एक झण्डा हैं और माना जाता हैं की राजा उस कमरे में पूजा किया करते थे।
 माँ त्रिमूर्ति महामाया मंदिर ,धमधा

तीन सुरंग – कहा जाता है की धमधा के प्रसिद्ध त्रिमूर्ति महामाया मंदिर में तीन सुरंग थे  सारंगगढ़, खैरागढ़, और रतनपुर  थे। आक्रमण के समय राजा अपने आप को बचाने के लिए उन्ही सुरंग का प्रयोग करता था।

ज्योति कलश – त्रिमूर्ति महामाया मंदिर में चैत्र एवम् कुंवर में ज्योति कलश जलाया जाता है।
नवरात्रि पर्व पर- त्रिमूर्ति महामाया मंदिर में नवरात्रि पर्व पर  माता जी को देखने के लिए भक्तो की लंबी कतार दिखाई देती है।
माँ त्रिमूर्ति महामाया आपकी मनोकामना को पूर्ण करे।
                      !!जय माता दी!!
यूट्यूब में त्रिमूर्ति महामाया मंदिर का वीडियो बनाया है ।इसे जरूर देखे और चैनल को सब्सक्राइब जरूर कर दे ।  
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