पता – राजनांदगांव जिले के डोगरगढ़ की पावन धरा पर मां बम्लेश्वरी के प्रांगण से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर भगवान बुद्ध की विशाल प्रतिमा को स्थापित किया गया है।
बौद्ध तीर्थ-स्थल – भारत के बौद्ध तीर्थ-स्थलों में डोंगरगढ़ के प्रज्ञागिरी पर्वत अपना एक अलग महत्व रखता है।
प्रज्ञागिरी का अर्थ – प्रज्ञागिरी का मतलब शांति का पर्वत होता है।
300 मी. की ऊँचाई पर स्थित – डोगरगढ़ की पहाड़ी पर करीब 300 मी. की ऊँचाई पर प्रज्ञागिरी बुद्धविहार स्थित है।
घुमावदार सीढ़ियां – घुमावदार पहाड़ी पर चढ़ने लिए लगभग 225 सिढ़ियां पार करनी होती हैं। और प्राकृतिक वातावरण और सौंदर्य से परिपूर्ण है।
गौतम बुद्ध की प्रतिमा – यह प्रज्ञागिरी पहाड़ी के बीच बुद्ध की विशाल प्रतिमा पद्मासन में विराजमान है। यह 30 फीट ऊँची गौतम बुद्ध की प्रतिमा है जो ध्यान की मुद्रा में स्थापित किया गया है।
पर्यटक स्थल – प्रज्ञागिरी की पर्वत पर गौतम बुद्ध की विशाल प्रतिमा पर्यटक को दूर से ही नजर आ जाती हैं।और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है यह एक सुंदर पर्यटक स्थल हैं।
अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन – यहां पर प्रतिवर्ष 6 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन का आयोजन किया जाता है यहां देश और विदेश से बौद्ध धर्मानुयायी यहां दर्शन के लिए आते हैं।
प्रज्ञागिरी बुद्धविहार तक पहुंचने के लिए – डोंगरगढ़ के रेल्वे-स्टेशन अथवा बस- स्टैण्ड से आटो- रिक्शा लेकर पर्यटक प्रज्ञागिरी पर्वत सीधे ही पहुंच सकते हैं
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