धरती फोड़कर प्रगट हुई है मां बिलाई माता, धमतरी (छ.ग)bilai mata mandir dhamtari www.hiteshkumarhk.in

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    (नोट – हिंदी और इंग्लिश में जानकारी प्राप्त करे )           

हेलो दोस्तों मेरा नाम है हितेश कुमार इस पोस्ट में मैं आपको धमतरी के बिलाई माता मंदिर के बारे में जानकारी देने वाला हूं।

विंध्यवासिनी माता बिलाई
धरती फोड़कर प्रगट हुई है मां बिलाई माता, धमतरी (छ.ग)bilai-mata-mandir-dhamtari
 
पता – छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में नया बस स्टैण्ड से 2 कि.मी. दूरी में माता विंध्यवासिनी देवी का भव्य मंदिर है।
 
प्रवेश द्वार – बिलाई माता मंदिर के प्रवेश द्वार को बहुत ही सुन्दर ढ़ंग से बनाया गया है।

 

धरती फोड़कर प्रगट हुई है मां बिलाई माता, धमतरी (छ.ग)bilai-mata-mandir-dhamtari

विंध्यवासिनी माता –    माता धरती फोड़कर प्रगट हुई है,इसे विंध्यवासिनी माता कहते है, जो कि अंचल में बिलाई माता के नाम से प्रसिद्ध है।

भागवत पुराण के अनुसार-विंध्यवासिनी माता जी श्री कृष्ण जी की बहन है ।
 
गर्भ गृह – धमतरी के प्रसिद्ध बिलाई माता मंदिर के गर्भगृह में तिरछी विराजमान हैं बिलाई माता।
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आराध्य देवी –  धमतरी अंचल की आराध्य देवी मां बिलाई माता है।
 
अन्य मूर्ति – बिलाई माता के मंदिर परिसर में आपको शिवलिंग, हनुमान की मूर्ति हैं।

 

मनोकामना पूर्ति देवी – मां बिलाई माता भक्तों की मनोकामना को अवश्य ही पुरी करती हैं।माता के दरबार से कोई खाली हाथ नहीं जाता है।

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बिलाई माता को अनेक नाम – धमतरी के प्रसिद्ध बिलाई माता को विंध्यवासिनी देवी तथा महिषासुर मर्दिनी के नाम से भी जाना जाता है।

 
कहानी कांकेर के राजा नरहर देव इस स्थान में शिकार खेलने आए थे,अचानक इस स्थान में राजा का घोड़ा रुक गया और आगे नहीं बड़ पाया ,फिर राजा द्वारा उस स्थान का खुदाई कराया गया तब वहां से चमत्कारिक पत्थर मिला जिसके आसपास जंगली बिल्लियां बैठी थी,राजा ने इस पत्थर को अपने साथ ले जाना चाहते थे पर वे असफल रहे,माता ने राजा को स्वपन दिया राजा मुझे यहां से मत ले जाओ मुझे यही रहने दो और मेरे लिए एक मंदिर बनवा दो।
 
 नवरात्रि में – नवरात्रि में भक्त माता रानी के दर्शन के लिए भारी संख्या में यहां आते हैं।

 

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ईशान कोण में विराजमान – बिलाई माता की मूर्ति ईशान कोण दिशा में विराजमान है।

महत्व – यहां पियुरी और सोलह सिंगार चढ़ाने का अलग महत्व है।
 
मनोकामना ज्योति – बिलाई माता मंदिर में चैत्र व कुंवार में भक्तो के द्वारा मनोकामना ज्योति जलाई जाती हैं।

 

धरती फोड़कर प्रगट हुई है मां बिलाई माता, धमतरी (छ.ग)bilai-mata-mandir-dhamtari
 
मां बिलाई माता आपकी मनोकामना को पूर्ण करे
🙏 !!  जय माता दी !! 🙏
 
विंध्यवासिनी माता बिलाई का हमने यूटयूब में वीडियो बनाया है।इसे जरूर देखे और चैनल को सब्सक्राइब जरूर कर दे ।
 
 
 
यह पोस्ट आप को अच्छा लगे या इसके बारे में अधिक जानकारी है तो नीचे कॉमेंट करके जरूर बताएं।
जय जोहार जय छत्तीसगढ़
 
 
 
 
 
Hello friends, my name is Hitesh Kumar, in this post, I am going to give you information about the Bilai Mata temple of Dhamtari.
 
Vindhyavasini Mata Bilai
Address –2 km from new bus stand in Dhamtari district of Chhattisgarh. In the distance is the grand temple of Goddess Vindhyavasini Devi.
 
 
Entrance gate –The entrance of the Bilai Mata temple is very beautifully constructed.
 
 
Vindhyavasini Mata – Mother earth is revealed by bursting, it is called Vindhyavasini Mata, which is famous as Bila Mata in the region.
 
 
According to the Bhagavata Purana –Vindhyavasini Mata ji is the sister of Shri Krishna ji.
 
 
Garbha Griha – Bilai Mata sits obliquely in the sanctum sanctorum of the famous Bilai Mata temple of Dhamtari.
 
 
Aaradha Devi –Adorable Devi of Dhamtari zone is Mother Bilai Mata.
 
 
Other idol –In the temple complex of Bilai Mata you find the idol of Shivalinga, Hanuman.
 
 
Manokamna Purti Devi –Mother Bilai definitely fulfills the wishes of the devotees. No empty hand goes from the court of the mother.
 
 
Many names are given to Bilai Mata –Famous Bilai Mata of Dhamtari is also known as Vindhyavasini Devi and Mahishasura Mardini.
 
 
Story-King Narhar Dev of Kanker came to hunt in this place, suddenly the horse of the king stopped in this place and could not move forward, then the place was excavated by the king, then there was a miraculous stone from whichWild cats were sitting around, the king wanted to take this stone with him, but he failed, Mother gave the king a dream King, do not take me from here, let me stay here and build a temple for me.
 
 
In Navratri – In Navratri, devotees come here in large numbers to visit Mata Rani.
 
 
Situated in the north east – the idol of Bilai Mata sits in the northeast.
 
 
Significance –Pieri and sixteen shringar have different significance here.
 
 
Manokamna Jyoti –The Manokamna Jyoti is lit by devotees in Chaitra and Kunwar in the Bilai Mata temple.
 
Maa bilai mata fulfill your wish
 !! Hail mother Goddess !! 
 
 
We have made a video of Vindhyavasini Mata Bilai in YouTube, definitely watch it and subscribe to the channel.
Youtube channel – Hitesh kumar hk
 
 
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Jai Johar Jai Chhattisgarh
 
 
 
 

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