उदयपुर, राजस्थान के इस सुंदर शहर में एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है, जो उसके साहसिक और धार्मिक यात्री के लिए आत्मा को शांति, आशीर्वाद और सुख-शांति की अनुभूति कराता है – करणी माता मंदिर। यह मंदिर इसके ऐतिहासिक महत्व, प्राचीनता और विविधता के लिए प्रसिद्ध है, और हर वर्ग के यात्री को अपनी गोद में समाहित करता है।
मंदिर का महत्व और उद्देश्य
मान्यता है कि इस मंदिर को दो बार रोजाना दर्शन करना बहुत शुभ माना जाता है। यदि आप इसे सुबह और शाम दोनों बार दर्शन करते हैं, तो करणी माता आपकी इच्छाओं को पूरा करती हैं।करणी माता मंदिर को राजस्थान के राजा-महाराजों की कुलमाता माना जाता है, और हर महाराजा को युद्ध के लिए जाते समय माता करणी का आशीर्वाद लेना होता है।
धार्मिक यात्री के लिए महत्वपूर्ण
करणी माता मंदिर, धार्मिक विश्वास वाले पर्यटकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके ऊपर स्थित होने के कारण, आप मंदिर से पूरे उदयपुर का 360 डिग्री दृश्य देख सकते हैं। इसके चारों ओर की झील, किला, रोपवे, हरितालिका, कैमरा दृश्य और धार्मिक परिसर के कारण, यह स्थल उदयपुर के सबसे ज्यादा घूमने वाले स्थलों में से एक है।
मंदिर की रोचक जानकारी
इस मंदिर का निर्माण महाराणा करण सिंह ने 1620 और 1628 के बीच किया था, और इसका इतिहास उसकी धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाता है। मंदिर का आकार और शैली बेहद आकर्षक है, और यहाँ के प्रतिमाएँ और मूर्तियाँ आपको विचारशीलता और धार्मिकता के नजरिए से प्रेरित करेंगी।
माता जी की आरती एवं दर्शन
- करणी माता जी की दर्शन का समय 5:00AM – 8:00 PM
- करणी माता जी की प्रभात आरती 10:00 AM
- करणी माता जी की संध्या आरती 6:30 PM
यात्रा के दौरान आपके अनुभव
मंदिर तक पहुंचने के लिए एक यात्री जैसे आपके लिए अद्वितीय अनुभव हो सकता है। धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा का अंदाजा लगाने के लिए, आपको मंदिर तक ऊपर जाने के लिए उड़नखटोल (रोपवे) का आनंद लेने की स्वीकृति होती है। यह केबल कार (उड़नखटोल) के द्वारा मात्र 5-7 मिनट में मंदिर पहुंचने के लिए होता है, लेकिन यात्री इस सफर के लिए बहुत ही उत्साहित होते हैं।
आपकी यात्रा में शामिल करें
धार्मिक विश्वास के साथ यात्रा करने वाले पर्यटकों के अलावा, इस मंदिर का सैर करने के लिए यात्रीगण के लिए यह भी बहुत महत्वपूर्ण है जो स्थित होने के कारण एक ऊदयपुर का पूरे दृश्य को 360 डिग्री में कैप्चर कर सकते हैं
करणी माता मंदिर, धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा के लिए एक अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थल है, जो उदयपुर के विश्व प्रसिद्ध पिचोला झील के कदमों में स्थित है। इसके ऐतिहासिक महत्व, धार्मिक विश्वास, और प्राकृतिक सौंदर्य का आपके जीवन में एक अद्वितीय अनुभव हो सकता है, इसलिए आपकी उदयपुर यात्रा में इसे शामिल करना अत्यंत सुझावित है।
करणी माता मंदिर FAQ
करणी माता मंदिर का इतिहास क्या है?
करणी माता मंदिर उदयपुर, राजस्थान में स्थित है और यह मंदिर करण सिंह (Maharana Karan Singh) द्वारा 1620 और 1628 के बीच स्थापित किया गया था। यह मंदिर उनके मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए जाना जाता है।
करणी माता कौन हैं?
करणी माता राजस्थान के राजा-महाराजों की कुलमाता मानी जाती है और हर महाराजा को युद्ध के लिए निकलने से पहले माता करणी का आशीर्वाद लेना आवश्यक होता है।
मंदिर का स्थान क्या है?
करणी माता मंदिर उदयपुर के पिचोला झील के किनारे स्थित है, और यहाँ एक रोपवे टिकट काउंटर भी है।
करणी माता कैसे पहुंचा जा सकता है?
मंदिर तक बिना सीढ़ियों के उड़ानखटोल (रोपवे) के माध्यम से पहुंचा जा सकता है, जिसमें सिर्फ 5-7 मिनट का समय लगता है।
क्या करणी माता मंदिर में दिन में दो बार जाना शुभ माना जाता है?
हां, करणी माता मंदिर में दिन में दो बार जाने को शुभ माना जाता है। अगर आप सुबह और शाम दोनों बार मंदिर जाते हैं, तो माता करणी आपकी इच्छाओं और अभिलाषाओं को स्वयं पूरा करती हैं।
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